उद् भव
केंद्रीय विद्यालय सीएमएम की औपचारिक वेबसाइट पर सभी का हार्दिक स्वागत है। सैन्य क्षेत्र के विद्यालय के रूप में 1982 में इसकी स्थापना के साथ ही यह cbse से संबंधित रहा और भारत के भावी नागरिकों के निर्माण हेतु सतत अग्रसर है। यह विद्यालय छात्रों के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास हेतु उनके शारीरिक , मानसिक एवं आत्मिक व्यवहार को सकारात्मक चिंतन की ओर ले जाता है । विद्यालय अपनी शैक्षणिक उत्कृष्टता की दिशा में द्रुतगामी उपलब्धियों हेतु पहचान रखता है। विद्यालय अपने नन्हे नवांकुरों को एक सम्यक वातावरण में पल्लवित पुष्पित कर समाज में मानवता की सुगंध फैलाने के लिए जाना जाता है। विद्यालय परिवार इस तथ्य में भी विश्वास रखता है कि गुरुजनों द्वारा दी गई शिक्षा आजीवन छात्रों के साथ रहेगी एवं कोई भी प्रतिकूलता उसे क्षीण नहीं कर सकेगी ।परिवर्तन प्रकृति का नियम है किंतु केविसीएमएम के छात्रों के सुनहरे भविष्य के स्वर्णाक्षर राष्ट्र के पटल पर सदा सर्वदा अंकित रहेंगे।
विद्यालय की प्रगति में कुछ मील के पत्थर-
- 1982 में सीएमएम के अस्थायी भवन में विद्यालय का प्रारंभ।
- सीएमएम द्वारा बारह एकड़ जमीन प्रदान किया जाना।
- 1987 में विज्ञान वर्ग का प्रारंभ।
- 1996 में स्थायी भवन का शिलान्यास ।
- 2001 में नई इमारत का उद्घाटन।
क्रमिक वर्षवार विस्तार
- 1989 में बारहवीं कक्षा का पहला बैच उत्तीर्ण हुआ।
- 2001 में केवी, सीएमएम के नए भवन का उद्घाटन किया गया।
- 2003 में कक्षा-I से V तक तीसरा खंड जोड़ा गया।
- 2009 में पहला बैच तीन सेक्शन के साथ दसवीं कक्षा में उपस्थित हुआ।
- 2013 में ग्यारहवीं कक्षा में वाणिज्य और मानविकी स्ट्रीम शुरू हुई
- वर्तमान में विद्यालय बालवाटिका से बारहवीं कक्षा तक तीन-तीन सेक्शन में चल रहा है।
- कक्षा XI एवं XII में विज्ञान, वाणिज्य और मानविकी प्रत्येक में एक अनुभाग है।
- विद्यालय में लगभग 1560 छात्र हैं।
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